भोपाल (एजेंसी)। राजनीतिक दलों द्वारा सत्ता पाने और फिर सत्ता में बने रहने के लिए ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बातें की जाती हैं। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या गए पर रामलला के दर्शन तक करने नहीं गए। मंदिर निर्माण के लिए उनका मनोभाव क्या है?, __ क्या नीति है?, स्पष्ट नहीं है। यह आरोप लगाते हुए पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि केंद्र में अब तक की कोई भी सरकार हो, मंदिर निर्माण के लिए कोई भी अनकल वातावरण बना पाने में सफल नहीं रही है। वेएक दिवसीय प्रवास पर गुरुवार को भोपाल आए थे। मीडिया से चर्चा में शंकराचार्य महाराज ने कहा कि निर्माण के लिए काम किया, वैसी राजनीतिक दलों द्वारा सिर्फ राम मंदिर इच्छाशक्ति अब किसी दल के नेता में निर्माण की बातें की जा रही है, पर नहीं दिखाई देती। अब कृष्ण जन्मभूमि और काशी शंकराचार्य ने तंज किया कि हम विश्वनाथ मंदिर मामलों पर सब चुप भी हिंदू समाज का अंग हैं पर किसी हैं।सरदार वल्लभ भाई पटेल ने जिस शंकराचार्य से इस संबंध ने सरकार तरह गुजरात में सोमनाथ मंदिर कोई बात नहीं कर रही है।
राममंदिर निर्माणकीबातेंसिर्फ सत्ता पानेतक सीमितःनिश्चलानंदसरस्वती